surah bakrah ayat 22 tarjuma aur tafseer in Hindi

सूरह बक़राह आयत 22 तर्जुमा और तफ़सीर हिन्दी में surah bakrah ayat 22 tarjuma aur tafseer in Hindi

सूरह बकराह आयत 22 surah No.2 Ayat No.22

surah Bakrah Ayat No.22

surah Bakrah Ayat No.22

सूरह बकराह आयत 22

ٱلَّذِى جَعَلَ لَكُمُ ٱلْأَرْضَ فِرَٰشًۭا وَٱلسَّمَآءَ بِنَآءًۭ وَأَنزَلَ مِنَ ٱلسَّمَآءِ مَآءًۭ فَأَخْرَجَ بِهِۦ مِنَ ٱلثَّمَرَٰتِ رِزْقًۭا لَّكُمْ ۖ فَلَا تَجْعَلُوا۟ لِلَّهِ أَندَادًۭا وَأَنتُمْ تَعْلَمُونَ

तर्जुमा : और जिसने तुम्हारे लिए ज़मीन को बिछौना और आसमान को इमारत बनाया और आसमान से पानी उतारा, तो उससे कुछ फल निकाले तुम्हारे खाने को, तो अल्लाह के लिए जान-बूझकर बराबर वाले न ठहराओ।

तफ़्सीर

اَلَّذِیْ جَعَلَ لَكُمُ الْاَرْضَ فِرَاشًا وَّ السَّمَآءَ بِنَآءً

जिस ने तुम्हारे लिए ज़मीन को बिछौना और आसमान को छत बनाया।

इस आयत और इस से ऊपर वाली आयत में अल्लाह तआला ने अपनी इन नेअमतों को बयान फरमाया है:

(1)…मखलूक को अदम से वजूद में लाना।

(2)…आसमान और ज़मीन को पैदा करना।

(3)…आसमान और ज़मीन से मखलूक के रिज़्क का मुहैया करना।

(4)…आसमान से बारिश उतारना और ज़मीन से नबातात उगाना।

जब आदमी की जिंदगी का एक-एक पल और एक-एक लम्हा अल्लाह तआला की नेमतों में डूबा हुआ है तो उस मालिक-ए-हक़ीक़ी को छोड़कर किसी और का इबादतगुजार बनना किस क़दर नाशुक्री है? यूं ही ऐसे करीम खुदा की याद से गफलत भी कितनी बड़ी नाशुक्री है।

यहाँ अल्लाह तआला अपनी कुदरत का ज़िक्र करता है, जो इंसानों को इस बात का एहसास दिलाता है कि ज़मीन और आसमान, यह सब कुछ सिर्फ अल्लाह की मर्जी और उसकी तखलीक का निजाम है। ऐसे कुदरत वाले परवरदिगार की इबादत इंसान का सबसे बड़ा फर्ज है।

इससे पहली आयत में बयान फ़रमाया कि तुम्हें और तुम्हारे पूर्वजों को शून्य से अस्तित्व किया और दूसरी आयत में गुजर बसर, जीने की सहूलतों, अन्न और पानी का बयान करमाकर स्पष्ट कर दिया कि अल्लाह ही सारी नेअमतों का मालिक है. फिर अल्लाह को छोड़कर दूसरे की पूजा सिर्फ बातिल है...

अल्लाह तआला के एक होने के बयान के बाद हुजूर सैयदुल अंबिया ﷺ की नबुव्वत और कुरआने करीम के देववाणी और नबी का मोअजिज़ा होने की वह ज़बरदस्त दलील बयान फरमाई जाती है जो सच्चे दिल वाले को इत्मीनान बख्शे और इन्कार करने वालों को लाजवाब कर दे ।

सूरह अल-बक़राह आयत 23 का तर्जुमा और तफसीर जानने के लिए यहां क्लिक करें -

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